
12 जून 2025 को अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया फ्लाइट AI-171 के दुखद हादसे ने पूरे देश को झकझोर दिया था। इस हादसे में 174 यात्रियों और 6 क्रू मेंबर्स में से 164 यात्रियों और 6 क्रू मेंबर्स की मृत्यु हो गई थी, जबकि 10 लोग घायल हुए थे। Aircraft Accident Investigation Bureau (AAIB) ने 12 जुलाई 2025 को इस हादसे की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट जारी की है। यह 15 पेज की रिपोर्ट अंतिम नहीं है और इसमें कोई निश्चित निष्कर्ष नहीं दिया गया है, लेकिन इसमें कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आई हैं। आइए, इस रिपोर्ट के मुख्य बिंदुओं पर नजर डालते हैं।
1. फ्यूल कटऑफ स्विच का रहस्य
रिपोर्ट के अनुसार, टेकऑफ के कुछ सेकंड बाद ही विमान के दोनों इंजनों के फ्यूल कंट्रोल स्विच RUN से CUTOFF पोजिशन में चले गए। पहले इंजन 1 का स्विच बंद हुआ और एक सेकंड बाद इंजन 2 का स्विच भी बंद हो गया। कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) से पता चला कि एक पायलट ने दूसरे से सवाल किया, “तूने फ्यूल कट-ऑफ क्यों किया?” जिसका जवाब था, “मैंने नहीं किया।” इससे कॉकपिट में भ्रम की स्थिति का पता चलता है। यह एक असामान्य घटना है, और इसके पीछे मानवीय भूल, तकनीकी खराबी, या अन्य कारण (जैसे तोड़फोड़) हो सकते हैं। हालांकि, तोड़फोड़ का कोई ठोस सबूत अभी तक नहीं मिला है।2. मेडे कॉल और क्रैश की समयरेखा
2. मेडे कॉल और क्रैश की समयरेखा
रिपोर्ट के मुताबिक, टेकऑफ के 23 सेकंड बाद पायलटों ने मेडे कॉल (आपातकालीन संदेश) जारी किया, जिसमें इंजन पावर और थ्रस्ट के नुकसान की बात कही गई। विमान केवल 32 सेकंड तक हवा में रहा और अधिकतम 650 फीट की ऊंचाई तक पहुंचा। इसके बाद यह तेजी से नीचे गिरने लगा और रनवे से लगभग 1.5 किलोमीटर दूर बी.जे. मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल कैंपस में क्रैश हो गया। पूरी घटना टेकऑफ के 45 सेकंड के अंदर ही हो गई।
3. इंजन थ्रस्ट का नुकसान
प्रारंभिक जांच से पता चला कि दोनों इंजनों में थ्रस्ट की कमी थी, जो संभवतः फ्यूल कटऑफ स्विच के बंद होने की वजह से हुई। यह एक दुर्लभ घटना है, और इसके कारणों की गहन जांच की जा रही है। जांचकर्ता यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या यह तकनीकी खराबी थी, पायलट की गलती थी, या कोई बाहरी हस्तक्षेप था।
4. लैंडिंग गियर और फ्लैप्स की स्थिति
वीडियो फुटेज और सिमुलेशन से पता चला कि लैंडिंग गियर रिट्रैक्ट होने की प्रक्रिया में था, लेकिन पूरी तरह रिट्रैक्ट नहीं हुआ। यह हाइड्रॉलिक या इलेक्ट्रिकल सिस्टम में खराबी की ओर इशारा करता है। फ्लैप्स टेकऑफ के लिए मानक स्थिति में थे, इसलिए कॉन्फिगरेशन में कोई बड़ी समस्या नहीं दिखी। साथ ही, Ram Air Turbine (RAT) डिप्लॉय हुआ था, जो इमरजेंसी पावर फेल्योर की स्थिति में सक्रिय होता है।
5. क्रू और विमान की जानकारी
फ्लाइट में 6 क्रू मेंबर्स और 174 यात्री सवार थे। विमान एक बोइंग 747-400 था, जिसे नियमित रखरखाव के बाद उड़ान के लिए फिट माना गया था। क्रू के पास पर्याप्त अनुभव था, और मौसम की स्थिति भी उड़ान के लिए अनुकूल थी।
6. जांच की प्रक्रिया
AAIB ने साफ किया है कि यह प्रारंभिक रिपोर्ट है, और अंतिम निष्कर्ष तक पहुंचने के लिए और जांच की जरूरत है। फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर का विश्लेषण जारी है। इसके अलावा, इंजन, फ्यूल सिस्टम, और कॉकपिट कंट्रोल्स की गहन जांच की जा रही है। तोड़फोड़ की आशंका को भी खारिज नहीं किया गया है, लेकिन इसके लिए अभी कोई ठोस सबूत नहीं है।
निष्कर्ष
यह हादसा भारतीय विमानन इतिहास के सबसे दुखद हादसों में से एक है। AAIB की प्रारंभिक रिपोर्ट से कुछ अहम सवाल उठे हैं, खासकर फ्यूल कटऑफ स्विच के बंद होने और कॉकपिट में भ्रम की स्थिति को लेकर। अंतिम रिपोर्ट में इन सवालों के जवाब और हादसे के सटीक कारणों का खुलासा होने की उम्मीद है। तब तक, जांच एजेंसियां और विशेषज्ञ इस मामले की गहराई से पड़ताल कर रहे हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

