Vice President Election: लोकतंत्र का असली इम्तिहान
भारतीय लोकतंत्र की असली खूबसूरती यही है कि यहाँ हर संवैधानिक पद का चुनाव जनता और जनप्रतिनिधियों की सोच को दर्शाता है। इस बार उपराष्ट्रपति पद के लिए होने वाला Vice President Election पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है। सत्ता पक्ष NDA और विपक्षी गठबंधन INDIA एक-दूसरे को टक्कर देने के लिए पूरी ताकत के साथ मैदान में हैं।

NDA का आत्मविश्वास: सी.पी. राधाकृष्णन पर भरोसा
एनडीए ने इस Vice President Election के लिए सी.पी. राधाकृष्णन को उम्मीदवार बनाया है। भाजपा नेताओं के साथ-साथ सहयोगी दल भी उनके समर्थन में खड़े हैं। चिराग पासवान, ज्योतिरादित्य सिंधिया और अनुराग ठाकुर जैसे नेताओं ने दावा किया है कि राधाकृष्णन भारी बहुमत से जीत दर्ज करेंगे। अनुराग ठाकुर ने इसे “केवल चुनावी जीत नहीं बल्कि एक निर्णायक संदेश” बताया।
INDIA का जवाब: रेड्डी के नाम पर एकजुटता
दूसरी ओर, इंडिया गठबंधन ने रेड्डी को मैदान में उतारकर अपनी एकजुटता का प्रदर्शन किया है। विपक्ष का कहना है कि यह Vice President Election केवल एक पद का चुनाव नहीं है बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा और जनता की आवाज़ को मज़बूत करने का प्रयास भी है। रेड्डी की उम्मीदवारी विपक्ष की उस कोशिश को दर्शाती है जिसमें वे सत्ता के सामने एक ठोस विकल्प पेश करना चाहते हैं।
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Vice President Election में किसका पलड़ा भारी?
इस चुनावी जंग में दोनों पक्षों ने पूरी ताकत लगा दी है। जहां एनडीए को अपनी संख्यात्मक बढ़त पर भरोसा है, वहीं विपक्ष इस मुकाबले को “जनता बनाम सत्ता” की लड़ाई बताकर माहौल बनाने की कोशिश कर रहा है। संसद भवन से लेकर राजनीतिक चर्चाओं तक, हर जगह यही सवाल गूंज रहा है—क्या राधाकृष्णन जीतेंगे या रेड्डी बाज़ी मारेंगे?
लोकतंत्र की असली खूबसूरती
लोकतंत्र की ताकत ही यही है कि यहाँ हर विचार और हर आवाज़ को जगह मिलती है। उपराष्ट्रपति का पद केवल एक संवैधानिक कुर्सी नहीं, बल्कि संवाद, संतुलन और लोकतांत्रिक परंपराओं की रक्षा का प्रतीक है। चाहे जीत राधाकृष्णन की हो या रेड्डी की, यह Vice President Election निश्चित रूप से भारतीय राजनीति को एक नई दिशा देगा।
यह Vice President Election केवल दो नेताओं की जंग नहीं है, बल्कि विचारधाराओं और लोकतांत्रिक मूल्यों का टकराव भी है। इस चुनाव का परिणाम आने वाले समय की राजनीति और संसद की कार्यप्रणाली पर गहरा असर डालेगा। अब देश की नज़र इस पर है कि अगला उपराष्ट्रपति कौन बनेगा।

उपराष्ट्रपति चुनाव 2025 (Vice President Election) से जुड़े आम सवाल-जवाब
Q1: उपराष्ट्रपति चुनाव 2025 कब होगा?
Ans: उपराष्ट्रपति चुनाव 2025 संसद के सदस्यों द्वारा तय तारीख पर होगा। इसमें लोकसभा और राज्यसभा दोनों के सांसद वोट डालेंगे।
Q2: NDA का उपराष्ट्रपति उम्मीदवार कौन है?
Ans: इस बार NDA ने सी.पी. राधाकृष्णन को अपना उम्मीदवार बनाया है। भाजपा नेताओं को विश्वास है कि वे भारी बहुमत से जीतेंगे।
Q3: INDIA गठबंधन का उम्मीदवार कौन है?
Ans: विपक्षी INDIA गठबंधन ने रेड्डी को उपराष्ट्रपति चुनाव 2025 के लिए उम्मीदवार बनाया है।
Q4: उपराष्ट्रपति चुनाव में कौन वोट करता है?
Ans: उपराष्ट्रपति का चुनाव संसद के दोनों सदनों के निर्वाचित और मनोनीत सांसदों द्वारा किया जाता है। आम जनता सीधे वोट नहीं करती।
Q5: उपराष्ट्रपति का कार्यकाल कितने साल का होता है?
Ans: उपराष्ट्रपति का कार्यकाल 5 साल का होता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स और उपलब्ध जानकारी पर आधारित है। इसमें दिए गए विचार किसी राजनीतिक दल या व्यक्ति के समर्थन या विरोध में नहीं हैं।