दिवाली का त्योहार हमारे जीवन में सिर्फ रोशनी और खुशियाँ नहीं लेकर आता, बल्कि यह रिश्तों में गर्माहट, आत्मिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक भी है। घर-घर दीपक जलते हैं, मिठाइयों की खुशबू चारों ओर फैलती है और परिवार के साथ मिलकर हर व्यक्ति अपने जीवन में नई उम्मीद और उमंग महसूस करता है।
इस खास मौके पर Ganesh-Laxmi Pujan 2025 करने का महत्व और भी बढ़ जाता है, क्योंकि इसे करने से घर में सुख-समृद्धि, शांति और खुशियों की वर्षा होती है।
लक्ष्मी पूजा का महत्व: समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा
दिवाली के दिन माता लक्ष्मी का आगमन माना जाता है। इस दिन घर में पूजा करने से न केवल आर्थिक समृद्धि आती है, बल्कि मानसिक शांति और संतोष भी बढ़ता है। ज्योतिषाचारियों के अनुसार, Ganesh-Laxmi Pujan 2025 के दौरान की गई पूजा घर में सकारात्मक ऊर्जा और प्रेम का संचार करती है।

पूजा का शुभ मुहूर्त और विधि का पालन करके हम अपने जीवन में हर क्षेत्र में सफलता और आनंद ला सकते हैं। यह पूजा केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि आध्यात्मिक रूप से जीवन को संतुलित और खुशहाल बनाने का साधन भी है।
अमावस्या और दिवाली का शुभ मुहूर्त
इस वर्ष अमावस्या तिथि 20 अक्टूबर को शाम 3:44 बजे से शुरू होकर 21 अक्टूबर को शाम 5:54 बजे तक रहेगी। दिवाली के दिन Ganesh-Laxmi Pujan 2025 के लिए सबसे शुभ समय प्रादोष काल में शाम 5:46 बजे से 8:18 बजे तक माना गया है।
वहीं वृषभ काल 7:08 बजे से 9:03 बजे तक रहेगा, जबकि सबसे उत्तम समय शाम 7:08 बजे से 8:18 बजे तक पूजा करना है। इस समय पूजा करने से मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की कृपा अधिक प्रभावशाली होती है और घर में धन, सुख और सौभाग्य का संचार होता है।
शहरवार लक्ष्मी पूजा मुहूर्त
भारत के अलग-अलग शहरों में पूजा का समय थोड़ा भिन्न होगा। दिल्ली और नोएडा में 7:08 PM से 8:18 PM तक, मुंबई में 7:41 PM से 8:41 PM तक, जयपुर में 7:17 PM से 8:25 PM तक और अहमदाबाद में 7:36 PM से 8:40 PM तक पूजा का शुभ समय है।
अपने शहर के पंचांग के अनुसार समय देखकर Ganesh-Laxmi Pujan 2025 करना अधिक फलदायी माना जाता है।
गणेश-लक्ष्मी पूजा विधि
पूजा स्थल को उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा में तैयार करें। स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें और लाल या पीले कपड़े पर स्वस्तिक बनाकर उस पर माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की मूर्तियाँ स्थापित करें। पूजा से पहले गंगाजल से शुद्धिकरण करें और दीपक जलाएं। फूल, चावल, मिठाई, अगरबत्ती और अन्य पूजा सामग्री अर्पित करें।

भक्ति भाव से मंत्र “ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नमः” और “ॐ गण गणपतये नमः” का उच्चारण करें। इस विधि से Ganesh-Laxmi Pujan 2025 घर और जीवन दोनों में उजाला फैलाता है और सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाता है।
आध्यात्मिक संदेश
Ganesh-Laxmi Pujan 2025 केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि यह आत्मिक शांति, विश्वास और आस्था का प्रतीक है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि सच्ची समृद्धि केवल धन में नहीं, बल्कि हमारे दिल और मन की पवित्रता में निहित है।
जब हम अपने घर और हृदय दोनों को प्रेम और भक्ति से रोशन करते हैं, तभी दिवाली का असली अर्थ साकार होता है।
शुभ दीपावली और गणेश-लक्ष्मी पूजन की हार्दिक शुभकामनाएं!✨
आपके जीवन में खुशियों, समृद्धि और सौभाग्य का उजाला हमेशा बना रहे।
Disclaimer:
यह लेख केवल सामान्य जानकारी और धार्मिक मार्गदर्शन के उद्देश्य से लिखा गया है। पाठकों से अनुरोध है कि वे Ganesh-Laxmi Pujan 2025 और पूजा विधि की पुष्टि अपने स्थानीय पंचांग या विश्वसनीय ज्योतिषाचार्य से अवश्य करें।
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