Vikram Solar IPO: उम्मीदों से कम रहा शेयर लिस्टिंग का उत्साह
शेयर बाज़ार में हर नए आईपीओ की लिस्टिंग को लेकर निवेशकों के बीच खासा उत्साह देखा जाता है। हाल ही में Vikram Solar IPO की लिस्टिंग भी निवेशकों के लिए चर्चा का विषय बनी। ग्रे मार्केट में इस आईपीओ को लेकर काफी हलचल थी और उम्मीद जताई जा रही थी कि शेयर शानदार प्रीमियम के साथ खुलेगा। लेकिन जब आज बाज़ार में इसकी शुरुआत हुई तो नतीजा उम्मीदों से कमज़ोर रहा।

Vikram Solar IPO Subscription और Listing Performance
Vikram Solar IPO का आकार ₹2,079 करोड़ था और यह 19 से 21 अगस्त तक निवेशकों के लिए खुला था। इस इश्यू को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला और यह 54.63 गुना सब्सक्राइब हुआ। ऐसे में माना जा रहा था कि इसकी लिस्टिंग जोरदार होगी और शुरुआती प्रीमियम 10% से अधिक होगा।
लेकिन वास्तविकता अलग रही। एनएसई पर इसका शेयर ₹338 प्रति शेयर पर लिस्ट हुआ, जो इश्यू प्राइस ₹332 से केवल 1.81% अधिक था। वहीं बीएसई पर यह ₹340 प्रति शेयर पर लिस्ट हुआ, जो 2.4% का मामूली प्रीमियम था। इस कमजोर शुरुआत के बावजूद कंपनी का मार्केट कैप लिस्टिंग के समय लगभग ₹12,837 करोड़ पहुँच गया।
Vikram Solar IPO और कंपनी की पृष्ठभूमि
विक्रम सोलर ने 2009 में अपने ऑपरेशंस की शुरुआत की थी। शुरुआती दौर में इसकी सौर पीवी मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग क्षमता मात्र 12 मेगावाट थी। समय के साथ कंपनी ने तेज़ी से विस्तार किया और आज इसकी स्थापित क्षमता 4.50 गीगावाट तक पहुँच चुकी है। कंपनी के पास दो बड़े सोलर पीवी मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स हैं—
एक पश्चिम बंगाल में और दूसरा तमिलनाडु में। इसके अलावा तमिलनाडु के गंगईकोंडन में इसकी सोलर सेल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट भी मौजूद है।
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Vikram Solar IPO और ग्राहक आधार
कंपनी का कारोबार पूरे भारत में फैला हुआ है। यह 19 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों को अपनी सेवाएँ दे रही है। इसके प्रमुख घरेलू ग्राहकों में एनटीपीसी, नेयवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन और गुजरात इंडस्ट्रीज पावर कंपनी जैसे सरकारी उपक्रम शामिल हैं।
वहीं निजी क्षेत्र में अदाणी ग्रीन एनर्जी, एसीएमई क्लीनटेक सॉल्यूशन्स, अजूर पावर इंडिया, जेएसडब्ल्यू एनर्जी और रेज़ पावर इन्फ्रा जैसी दिग्गज कंपनियाँ इसके ग्राहक हैं। यह विविध और मजबूत ग्राहक आधार कंपनी की विश्वसनीयता और भविष्य की संभावनाओं को मज़बूत करता है।
Vikram Solar IPO Market Cap और भविष्य की संभावनाएँ
लिस्टिंग के बाद कंपनी का मार्केट कैप ₹12,837 करोड़ से अधिक हो गया है। हालांकि लिस्टिंग से जुड़ी उम्मीदें पूरी नहीं हो पाईं, लेकिन निवेशकों के लिए यह ध्यान देने योग्य है कि अक्षय ऊर्जा क्षेत्र भारत में लगातार विस्तार कर रहा है।
सरकार की नीतियों से लेकर निजी निवेश तक, हर जगह सौर ऊर्जा को बढ़ावा दिया जा रहा है। ऐसे में विक्रम सोलर जैसी कंपनियाँ लंबे समय में मज़बूत स्थिति हासिल कर सकती हैं।Vikram Solar IPO की लिस्टिंग से यह साफ हो गया कि हर समय ग्रे मार्केट की उम्मीदें सच नहीं होतीं।

शुरुआती प्रीमियम भले ही 2% तक सीमित रहा हो, लेकिन कंपनी का ट्रैक रिकॉर्ड, बढ़ती क्षमता और मजबूत ग्राहक आधार इसे लंबे समय में निवेशकों के लिए एक अहम खिलाड़ी बना सकता है। निवेशकों के लिए यह ज़रूरी है कि वे केवल लिस्टिंग गेन पर ध्यान न देकर कंपनी की मूलभूत मजबूती पर भी ध्यान दें।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें बताए गए विचार निवेश सलाह नहीं हैं। किसी भी निवेश निर्णय से पहले प्रमाणित वित्तीय विशेषज्ञ की सलाह ज़रूर लें।