AI वो तकनीक है जिसमें मशीनें इंसानों की तरह सोचती, समझती और फैसले ले सकती हैं।
AI वो तकनीक है जिसमें मशीनें इंसानों की तरह सोचती, समझती और फैसले ले सकती हैं।
AI एल्गोरिद्म और डेटा से सीखता है। मशीनें अनुभव से स्मार्ट बनती हैं और आगे के निर्णय खुद लेती हैं।
AI एल्गोरिद्म और डेटा से सीखता है। मशीनें अनुभव से स्मार्ट बनती हैं और आगे के निर्णय खुद लेती हैं।
AI चार प्रकार का होता है: रिएक्टिव, सीमित याददाश्त, समझदार मन और आत्म-जागरूकता वाला AI
AI चार प्रकार का होता है: रिएक्टिव, सीमित याददाश्त, समझदार मन और आत्म-जागरूकता वाला AI
फोन में वॉयस असिस्टेंट, गूगल मैप्स, शॉपिंग सुझाव, फेस डिटेक्शन—हर जगह AI चुपचाप काम कर रहा है।
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AI काम को तेज़ और आसान बनाता है, लेकिन इसमें भेदभाव, गलत निर्णय और निजता हानि की चुनौतियाँ भी हैं।
AI काम को तेज़ और आसान बनाता है, लेकिन इसमें भेदभाव, गलत निर्णय और निजता हानि की चुनौतियाँ भी हैं।
AI काम को तेज़ और आसान बनाता है, लेकिन इसमें भेदभाव, गलत निर्णय और निजता हानि की चुनौतियाँ भी हैं।
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